साईं झुलेलाल से कोरोना को रोकने के लिए प्रार्थना
- घरों में बैठकर चेटीचंड, गुडी पाडवा व नवरात्री मनाई गई
- हिन्दी दैनिक उल्हास विकास परिवार की ओर से सभी को चेटीचंड, गुडी पाडवा व नवरात्री पर्व की बहुत बहुत बधाई
उल्हासनगर। हीरो बोधा
बुधवार 25 मार्च को सिंधी समुदाय के नववर्ष चेटीचंड, महाराष्ट्रीयन समुदाय के नववर्ष गुडी पाडवा तथा नवरात्री का
पावन पर्व एक ही पर दिन है। यह पर्व यूं तो महाराष्ट्र में धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन कोरोना की महामारी के चलते लोगों ने घरों में बैठकर यह त्यौहार मनाया। लोगों ने घरों में बैठकर पूजा अर्चना कर नए वर्ष की अपने परिवार व मित्रों को बधाईयां दी।
हर वर्ष जहां उल्हासनगर शहर में चेटीचंड महापर्व पर कैम्प 1 से 5 तक महायात्रा निकाली जाती है और जगह-जगह साईं झुलेलाल के भक्तों के लिए प्रसाद की व्यवस्था दुकानदार व्यापारियों द्वारा की जाती है वो सब इस वर्ष देखने को नहीं मिलेगी। कैम्प 1 झुलेलाल मंदिर से कैम्प 5 चालीहा साहिब मंदिर तक लाल साईं के गीतों पर भक्त झुमते नजर आते हैं लेकिन इस चेटीचंड पर शहर में सन्नाटा पसरा हुआ है। बुधवार को लाल साईं के भक्तों ने अपने घरों में बैठकर बहराणा साहिब बनाकर साईं झुलेलाल की आराधना करते हुए इस महामारी को रोकने की प्रार्थना साईं झुलेलाल से की। सिंधी समाज को जिस तरह 40 दिनों की उपासना के बाद ईष्टदेव भगवान झुलेलाल ने बचाया था ठीक उसी तरह इस कोरोना महामारी से बचने के लिए अब सिंधी समाज ने भगवान झुलेलाल की पूजा अर्चना व पल्लव में कोरोना के खात्मे की प्रार्थना की है।
उल्हासनगर शहर में गुडी पाडवा पर्व पर भी शहर में कई जगह शोभा यात्रा निकाली जाती है और महाराष्ट्रीयन नववर्ष मनाया जाता है। लेकिन इस बार लॉकडाऊन के चलते लोगों ने घरों में अपने परिवार के साथ बैठकर गुडी पाडवा मनाया। लोगों ने नव वर्ष का संकल्प लेते हुए कहा है कि अगर इस बीमारी का सामना करना है तो प्रधानमंत्री की अपील को मनाते हुए घरों में ही रहे और सोशल डिसटेंस का पालन करें यही इसका एक मात्र विकल्प है।
नव वर्ष के साथ कल नवरात्री की भी शुरवात हुई है। वैसे तो सभी माता मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है लेकिन इस बार बिना भक्तों के ही माता मंदिरों में पुजारियों द्वारा नवरात्री की शुरुवात की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर सभी धार्मिक स्थलों को बंद रखने का आदेश दे दिया गया है जिसके कारण लोग अब 21 दिनों तक अपने घरों में लक्ष्मण रेखा का पालन करते हुए बंद रहेंगे ऐसे में माता के भक्तों ने भी माता वैष्णु देवी से प्रार्थना की है कि कोरोना का जल्द से जल्द भारत से खात्मा हो ताकि लोग अपनी आम जीवनी में वापस आ सके। घरों के जेल में रहकर देशवासियों को सब्र से रहने की सलाह भी दी गई है। इस बीमारी की गंभीरता से प्रधानमंत्री मोदी ने अवगत कराया है लेकिन फिर भी लोग नहीं मान रहे हैं। हिन्दी दैनिक उल्हास विकास परिवार की ओर से सभी को चेटीचंड, गुडी पाडवा व नवरात्री पर्व की बहुत बहुत बधाई
Comments
Post a Comment